माता का आँचल
स्वरचित कविताओं/विचारो/लेखों/ज्ञानवर्धक संग्रह/कहानियां **न त्वहं कामये राज्यं न स्वर्गं नापुनर्भवम् ।* *कामये दुःखतप्तानां प्रणिनां आर्तिनाशनम् ॥*
Monday, July 27, 2020
माता का आँचल class 10
(४)कहानी के अन्त में माता का अपने बेटे को अपनी आँचल में छुपा लेना और भोलानाथ की हालत पर दुखी होना;अनायास माँ की याद दिला देता है ।
उत्तर :- डायरी - लेखन एक कला है । इसे जरूर सीखना चाहिए । अपने अनुभव और स्मृत्ति के आधार पर इस प्रश्न का उत्तर दीजिये । परीक्षा के लिए उपयोगी नही है ।
उत्तर :- बच्चे माता−पिता के प्रति अपने प्रेम की अभिव्यक्ति कई तरह से करते हैं :--
(अ)-माता−पिता की गोद में बैठकर या पीठ पर सवार होकर।
उत्तर :- प्रस्तुत कहानी तीस के दशक की है । तत्कालीन समय में बच्चों के पास खेलन-कूदने का अधिक समय हुआ करता था।उनपर पढ़ाई करने का आज जितना दबाव नही था। ये अलग बात है कि उस समय उनके पास खेलने के अधिक साधन नहीं थे। वे लोग खेलने के लिये धूल, ठीकरे, मिट्टी के टूटे-फ़ूटे बर्तन, कंकड़ - पत्थर, पत्ते, गीली मिट्टी और उन सबका इस्तेमाल करते थे जो घर के आस-पास मिल जाए।
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